श्रावण / सावन सोमवार | Shravan / Sawan Somvar

सावन या श्रावण महीने हिंदू कैलेंडर के अनुसार पांचवा महीना है। श्रावण मास भगवान शिव का आशीर्वाद लेने के लिए शुभ माना जाता है। श्रावण माह के दौरान भगवान शिव को खुश करने के लिए भक्त सोमवार के दिन उपवास रखते हैं। हर साल सावन सोमवार (Sawan Somvar) पर भगवान शिव की पूजा करके अति […]

गुरु पूर्णिमा | Guru Purnima

आषाढ (Ashadh) महीने के अंतिम दिन ‘पूर्णिमा’ को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) का त्योहार के नाम से पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष 2017 को यह पर्व 9 जुलाई यानि रविवार को है। गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु र्गुरुर्देवो महेश्वरः। गुरु साक्षात परब्रह्मा तस्मै श्रीगुरवे नमः॥ हिन्दू धर्म में गुरु का दर्जा भगवान […]

देवशयनी एकादशी | Devshayani Ekadashi

आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को ही देवशयनी एकादशी(Devshayani Ekadashi) कहा जाता है। 2017 में, इस वर्ष देवशयनी एकादशी 4 जुलाई 2017 ,मंगलवार को मनाई जाएगी। इस तिथि को ‘पद्मनाभा एकादशी’, ‘पद्मा एकादशी’, ‘आषाढ़ी एकादशी’ और ‘हरिशयनी एकादशी’ भी कहते हैं। सूर्य के मिथुन राशि में आने पर ये एकादशी आती है। इसी […]

श्रीमद रामेश्वरम | Shrimd Rameshwaram

श्रीमद रामेश्वरम(Shrimd Rameshwaram)/श्रीरामेश्वरम हिंदुओं का एक प्रसिद्द तीर्थ स्थल है। इसे चार धाम में से एक स्थल माना गया है। इसके  अलावा यहाँ स्थापित शिवलिंग बारह द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक है। रामेश्वरम तमिलनाडु में रामनाथपुरम  जिले में स्थित है। समुद्रदेव के निर्देशानुसार सेतु निर्माण का कार्य प्रारम्भ हो गया। सौ योजन सेतु के निर्माण […]

तीन प्रश्न | Teen Prashn

एक बार एक राजा के मन में तीन प्रश्न (Teen Prashn) आये। १. किसी काम के करने का महत्वपूर्ण समय कौन सा है? २. महत्त्व का काम कौन सा है? ३. सबसे महत्वपूर्ण व्यक्ति कौन है? राजा ने यह प्रश्न (Teen Prashn) अपने मंत्रियों व विद्वानों से पूछा ; किन्तु उन्हें किसी के जबाब से […]

दोषी कौन? | Doshi Kon?

सेठ दया राम जी अपने नगर के काफी प्रसिद्द व्यक्ति थे। उनके 5 -6 कारखाने थे, जिसमें हजारों व्यक्ति काम करते थे। व्यापार के अलावा उनके द्वारा कई स्कूल, कॉलेज, अस्पताल व छात्रावास बनवाये गए थे। वे उच्च कोटि के ब्राह्मण थे, उन्होंने हवेली के पास ही एक विशाल मंदिर बनवाया था, जिसमें घर के […]

मनुष्य जीवन का रहस्य

मनुष्य जीवन का रहस्य “यह जीवन की कड़ी टूट-टूट कर जुड़ती है, बार-बार टूटती है, बार-बार जुड़ती है, जीवन के बाद मृत्यु और मृत्यु के बाद जीवन यह क्रम लगातार चलता है। संसार में सदा के लिये कोई नहीं आता कौन,कब,कहाँ बिझुड जाये कहा भी नही जा सकता है”। -श्री सुधांशु जी महाराज एक बार […]

विनम्रता की गहराई

एक बार अब्राहम लिंकन अपने गांव के समीप एक सभा को सम्बोधित कर रहे थे । भाषण के बीच में ही एक महिला उठकर बोली- अरे, यह राष्ट्रपति है? यह तो मेरे गांवके मोची का बेटा है । अपने प्रति ये अपमानजनक शब्द सुनकर लिंकन उस महिला से बड़े ही विनम्रता से बोले -‘मैडम अपने […]

उदार चरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।।

एक बार एक महात्माजी नदी में स्नान कर रहे थे| उसी समय महात्माजी ने एक बिच्छु को नदी में डूबते हुए देखा| बिच्छु को बचाने के लिए महात्माजी ने उसे हाथ में ले लिया| महात्माजी जल में बह रहे बिच्छु को बचाने के लिए हाथ में लेते जाते थे, पर बिच्छु डंक मारे ही जा […]

संत वाणी

(ब्रह्मलीन श्रद्धेय स्वामी श्री शरणानंदजी महाराज ) मेरे निज स्वरुप ! जब भगवान हमारे है और हमारे भीतर ही हैं तो फिर चिंता कैसी ? शोक कैसा ? वे सर्वसमर्थ हैं, उनकी महिमा का वारपार नहीं, तो फिर भय कैसा ? उनकी सत्ता से कोई बहार नहीं, आँखों से कोई ओझल नहीं, तो फिर पश्चाताप […]